महापुरुषों के जीवन से मुख्य प्रेरणा लेनी चाहिए:-डॉ.राजेश मिरगे..

 

 युवराज डोंगरे/खल्लार

        उप संपादक

           डॉ. पंजाबराव देशमुख एक समाज सुधारक,सामाजिक क्रांति के अग्रणी धर्मशास्त्री और समाज सुधारक थे।उनकी भूमिका सत्ता से बाहर जाकर समाज के लिए काम करना थी।

             उन्होंने अपने घर की 105 एकड़ ज़मीन गिरवी रखकर 10,000 का कर्ज़ लिया और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में अपनी थीसिस पेश की।

              बहुजन वर्ग को ज्ञानवान एवं सुशिक्षित बनना चाहिए।इसी प्रकार डाॅ.राजेश मिरगे ने अपने व्याख्यान में भाऊसाहब की कृषि नीति,शैक्षणिक नीति,सामाजिक कार्य एवं खेल नीति के बारे में बताया।

            1931 में बहुत कठिन समय में श्री शिवाजी शिक्षण संस्थान की स्थापना की गई और गरीब लोगों के लिए शिक्षा की व्यवस्था की गई। डॉ.भाऊ साहब के अनुसार इसे आम जनता और युवाओं तक शिक्षा पहुंचाना बहुत जरूरी है,ऐसा डॉ.राजेश मिरगे ने कहा।

            इस कार्यक्रम की शुरुआत में रीडिंग इंस्पिरेशन डे के अवसर पर डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की छवि का पूजन किया गया।

           छत्रपति शिवाजी कला महाविद्यालय आस्सेगांव पूर्णा एवं श्री शिवाजी उद्यानविद्या महाविद्यालय अमरावती द्वारा डॉ. पंजाबराव देशमुख की शताब्दी जयंती वर्ष के अवसर पर आस्सेगांव पूर्णा में व्याख्यान का आयोजन किया गया।

          इस कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हनुमंत लुंगे उपस्थित थे.डॉ.राजेश मिरगे,साथ ही श्री शिवाजी उद्यान विद्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शशांक देशमुख,श्री.मंगेश जूनघरे.श्री अढाऊ उपस्थित थे.

             इस कार्यक्रम का संचालन डॉ.भरत कल्याणकर ने किया तथा परिचय डॉ.प्रवीण सदार ने किया।धन्यवाद डॉ.रविन्द्र इचे ने दिया।यह कार्यक्रम इतिहास विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।